हम सभी भारतीय अपने राष्ट्रीय ध्वज को देखकर गौरवान्वित महसूस करते हैं। भारतीय मानक ब्यूरो ने अपना प्रथम भारतीय मानक 1 (आईएस 1) राष्ट्रीय ध्वज पर ही बनाया था। यह भारतीय मानक राजभाषा हिंदी में उपलब्ध है। राष्ट्रीय ध्वज की ही तरह राष्ट्र की भाषा भी किसी भी देश की अस्मिता और संस्कृति की वाहक होती है। हम सब जानते हैं कि भारत एक बहुभाषी देश है और यहाँ अनेक भाषाएँ एवं बोलियाँ बोली जाती हैं। भारत के संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार देवनागरी लिपि में लिखी जाने वाली हिंदी भारत की राजभाषा है। हिंदी न केवल भारत की राजभाषा है, बल्कि यह देश में प्रचार-प्रसार करने और देश को एकता के सूत्र में पिरोने में महत्त्वपूर्ण भूमिका भी अदा करती है। भारतीय मानक ब्यूरो ने देवनागरी लिपि तथा हिंदी वर्तनी का मानकीकरण करने हेतु भारतीय मानक (आईएस) 16500: 2012 का निर्धारण किया है। यह मानक हिंदी भाषा के मानकीकरण के साथ-साथ ऐसे हिंदीतर भाषी और विदेशी लोगों के लिए भी अत्याधिक महत्त्वपूर्ण है, जो हिंदी सीखने के इच्छुक हैं।
भारतीय मानक ब्यूरो का सरोकार देश के आम नागरिकों अर्थात् उपभोक्ताओं से है। भारतवर्ष में हिंदी आम जनता की भाषा है, अतः यह ब्यूरो और उपभोक्ताओं के बीच सेतु का कार्य करती है। इसीलिए भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा जन सामान्य के रोज-मर्रा के जीवन से संबंधित विषयों जैसे कृषि, पेय जल एवं जन स्वास्थ्य से संबद्ध मानक, अनिवार्य प्रमाणन से संबद्ध मानक, लघु उद्योग क्षेत्र से संबद्ध मानक, आम उपभोक्ताओं से संबद्ध मानक और बहुत अधिक बिकने वाले मानकों का प्राथमिकता के आधार पर हिंदी में अनुवाद करके हिंदी में प्रकाशन किया जाता है। हिंदी में प्रकाशित मानकों में आईएस 12220 : 1987 गुलाब जामुन का तैयार मिश्रण, आईएस 9991 : 1981 संघनित दूध के लिए डिब्बे, आईएस 9877 : 1981 अनाज कंबाइन लगाना, चलाना और एतिहाती रखरखाव, आईएस 6969 : 1972 मशीन से ठंडा पानी निकालने और बिक्री संबंधी स्वास्थ्यकर अवस्थाओं की संहिता, आईएस 4883 : 1980 खोया, आईएस 269 : 1989 साधारण पोर्टलैंड सीमेंट, आईएस 506 : 1993 स्वचल और अन्य सामान्य प्रयोजन की ग्रीज-विशिष्टि, आईएस 745 : 2003 वस्त्रादि – हथकरघे की पलंग की सूती चादरें – विशिष्टि, आईएस 1007 : 1984 कस्टर्ड पाउडर की विशिष्टि, आईएस 1165 : 2002 दूध पाउडर – विशिष्टि, आईएस 1417 : 1999 स्वर्ण और स्वर्ण मिश्र धातुएँ, आईएस 1877 : 1985 मसालों की पारिभाषिक शब्दावली, आईएस 25491 : 1998 खाद्य स्वच्छता – सामान्य सिद्धांत – रीति संहिता, आईएस 2888 : 2004 प्रसाधन साबुन – विशिष्टि, आईएस 4837 : 1990 स्कूल फर्नीचर, क्लासरूम कुर्सियाँ और मेज शिफारिशें, आईएस 5195 : 1969 स्कूलों के लिए लेखन सामग्री, आईएस 5839 : 2000 खाद्य स्वच्छता – आइसक्रीम के निर्माण, भंडारण और बेचने की रीति संहिता, आईएस 8123 : 1976 कटे फल, फल का रस तथा फल-सलाद बचने की स्वास्थ्यकर अवस्थाओं की संहिता, आईएस 8124 : 1976 गन्ने का रस बेचने के लिए स्वास्थ्यकर अवस्थाओं की संहिता, आईएस 7763 : 1975 रस निकालने की घरेलू मशीन (2002 में पुनर्पुष्ट), आईएस 16066 : 2017 फेरी लगाकर खाद्य पदार्थ बेचने वाले – खाद्य सुरक्षा अपेक्षाएँ, आईएस 10974 (भाग 5) : 1984 देशी दूध उत्पादों के निर्माण, परिवहन, संग्रहण और वितरण की स्वास्थ्यकर अवस्थाओं की रीति संहिता भाग 5 खमीर उठाए गए उत्पाद- श्रीखंड (2001 में पुनर्पृष्ट), आईएस 14001 : 2004 पर्यावरणीय प्रबंधन पद्धतियाँ – उपयोग के लिए मार्गदर्शन सहित अपेक्षाएँ, आईएस 9694 (भाग 3) : 1980 कृषि कार्यों के लिए क्षैतिज अपकेंद्री पंपों का चुनाव, संस्थापन, प्रचालन और रखरखाव (2007 में पुनर्पुष्ट) आदि शामिल हैं।
देश के विभिन्न हिस्सों में भारतीय मानक ब्यूरो औद्योगिक बैठक, कारीगर प्रशिक्षण और उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम भी हिंदी के माध्यम से आयोजित करता है। भारत के जन सामान्य तक अपनी पहुंच बनाने हेतु भारतीय मानक ब्यूरो अपने प्रचार और विज्ञापनों को हिंदी के साथ-साथ अन्य भारतीय भाषाओं में भी जारी करता है।
द्वारा लिखित:
ईश्वर सिंह यादव
सहायक निदेशक (हिंदी