अग्निशामक यंत्र आवश्यक अग्नि सुरक्षा उपकरण हैं जो आग लगने की स्थिति में जीवन और संपत्ति को बचाने में मदद करते हैं। हल्की आग से रक्षा के लिए सर्वप्रथम इनका उपयोग किया जाता है और इनका उपयोग आग फैलने और काफी अधिक क्षति होने से पहले उसे बुझाने के लिए किया जा सकता है। इसलिए इन्हें प्राथमिक अग्निशामक यंत्र कहा जाता है।
बीआईएस ने अग्निशामकों पर उनके निष्पादन , विश्वसनीयता और सुरक्षा से संबंधित विभिन्न मानक प्रकाशित किए हैं। इन मानकों में से निम्नलिखित दो का व्यापक रूप से विभिन्न भवन हिस्सों और उद्योगों में उपयोग किया जाता है:
• आईएस 15683: 2018 पोर्टेबल अग्निशामक यंत्र – निष्पादन और विनिर्माण –विशिष्टि (पहला संशोधन)
• आईएस 16018: 2012 पहिएदार अग्निशामक यंत्र – निष्पादन और विनिर्माण – विशिष्टि
1) पोर्टेबल अग्निशामक यंत्र
पोर्टेबल अग्निशामक यंत्र तुरंत उपलब्ध होते हैं और इसका उपयोग एक/दो व्यक्तियों द्वारा किया जा सकता है। आईएस 15683: 2018 के अनुसार पूरी तरह चार्ज पोर्टेबल अग्निशामक यंत्र का वजन 17 किलोग्राम से अधिक नहीं होना चाहिए।
2) पहिएदार अग्निशामक यंत्र
पहिएदार अग्निशामक यंत्र 17 किलोग्राम से अधिक और 450 किलोग्राम से कम वजन का (सभी सहायक उपकरणों के साथ) पहियों पर चलने वाला एक आग बुझाने वाला उपकरण है जिसे एक व्यक्ति द्वारा भी संचालित करने और आग की जगह तक ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
उपरोक्त अग्निशामक यंत्र आग बुझाने/बुझाने के लिए निम्नलिखित में से किसी भी माध्यम का उपयोग करते हैं:
क )पानी;
ख) फोम;
ग) शुष्क रासायनिक पाउडर – एबीसी/बीसी/डी प्रकार;
घ) कार्बन डाइऑक्साइड;
ङ) स्वच्छता घटक ; और
च) पानी की बौछार।
चूँकि अग्निशामक यंत्रों को संचालित करना और उपयोग करना अपेक्षाकृत आसान है, परंतु उक्त अग्निशमन माध्यम के अग्निशामक यंत्र से बाहर निकलने के तरीके के आधार पर, संचालन कर्मियों द्वारा उक्त प्रशिक्षण की सिफारिश की जाती है। जिस सामग्री/वस्तु में आग लगी है, उसके आधार पर उक्त बुझाने वाले माध्यम में से एक को आग बुझाने वाले यंत्रों में इस्तेमाल किया जा सकता है और अग्निशामक यंत्र पर तदनुसार चिह्नित किया जा सकता है।
आग के वर्गीकरण के आधार पर, अग्निशामक यंत्रों को निर्धारित अवधि से संबंधित विशिष्ट रेटिंग के साथ चिह्नित किया जाता है, इस अवधि के तक ही अग्निशामक यंत्र में मौजूद आग बुझाने वाला माध्यम यंत्र से बाहर आ पाएगा और आग बुझाने में सक्षम होगा।
इसके अलावा, खतरे के प्रकार एवं शामिल ज्वलनशील सामग्री की मात्रा के आधार पर, किसी भवन/अधिभोग में एक से अधिक प्रकार के अग्निशामक यंत्रों को साथ-साथ स्थापित/उपयोग करना पड़ सकता है। भवन निर्माण पेशेवरों के लिए भारतीय मानक 2190 एक बहुत मददगार मानक है, जिसमे अग्निशामक यंत्रों के चयन, स्थापना और रखरखाव मानदंडों का वर्णन मिलता है।
बड़े पैमाने पर जनता और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार ने ‘अग्निशामक (गुणवत्ता नियंत्रण) आदेश, 2023’ शीर्षक से एक क्यूसीओ जारी किया है। यह आदेश उक्त दो प्रकार के अग्निशामक यंत्रों के किसी भी निर्माता के लिए यह अनिवार्य बनाता है कि वे अपने उत्पादों (शामक यंत्रों) का निर्माण अनिवार्य रूप से उपर्युक्त भारतीय मानकों के अनुरूप करें। इस आदेश के अनुसार, इसके पश्चात निर्माण होने वाले अग्निशामक यंत्रों पर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के वैध लाइसेंस के तहत मानक मुहर (मार्क) होना चाहिए।
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